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डॉ नरेन्द्र देव वर्मा
जन्म – 4 नवंबर 1939
निधन – 6 सितंबर 1979
उपनाम – कातिब रायपुरी
जन्म स्थान – सेवाग्राम वर्धा
कृतियां – अपूर्वा (गीत संग्रह) सुबह की तलाश (उपन्यास)
गीत – अरपा पैरी के धार, जीवन संध्या!
ग़ज़ल – जिगर में घाव है सौ सौ, बताएं तो बताएं क्यों?
यह कैसा अंधेरा है, यह कैसा जमाना है?, चल के आते भी नहीं, दिल से भी जाते भी नहीं!
हिंदी अनुवाद
मोगरा ,श्री मां की वाणी, श्री कृष्ण की वाणी श्री,राम की वाणी, बुद्ध की वाणी , ईसा मसीह की वाणी , मोहम्मद पैगंबर की वाणी !
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छत्तीसगढ़ राजकीय गीत अरपा पैरी के धार के रचयिता साहित्यकार एवं भाषा विद् डॉ. नरेंद्र देव वर्मा का जन्म सेवाग्राम, वर्धा मे 4 नवंबर 1939 को हुआ था! डॉ. नरेंद्र देव वर्मा वस्तुतः छत्तीसगढ़ी भाषा अस्मिता की पहचान बनाने वाले गंभीर व्यक्ति अथवा कवि थे! हिंदी साहित्य के गहन अध्ययन होने के साथ ही कुशल वक्ता गंभीर प्राध्यापक भाषाविद् तथा संगीत के परम गायक भी थे ! बड़े भाई स्वर्गीय ब्रह्मलीन स्वामी आत्मानंद जी का प्रभाव उनके जीवन पर अत्यधिक पड़ा था!
डॉ. नरेंद्र देव वर्मा ने छत्तीसगढ़ी भाषा व साहित्य का उद्भव विकास में रविशंकर विश्वविद्यालय से पीएचडी की एवं छत्तीसगढ़ी भाषा व साहित्य में कालक्रमानुसार विकास का महान कार्य किया था !वह कवि, नाटककार, उपन्यासकार, कथाकार ,समीक्षक ,भाषाविद् थे!
इनका छत्तीसगढ़ी गीत संग्रह”अपूर्वा” है , इसके अलावा सुबह की तलाश( हिंदी उपन्यास ) छत्तीसगढ़ी भाषा का उद् विकास, हिंदी स्वच्छंदवाद प्रयोगवादी, नई कविता सिद्धांत एवं सृजन हिंदी नव स्वछंदवाद आदि प्रकाशित ग्रंथ है! इनका ‘ मोला गुरु बनाई लेते’ छत्तीसगढ़ प्रहसन अत्यंत लोकप्रिय हुआ! डॉक्टर नरेंद्र देव वर्मा ने सागर विश्वविद्यालय से सन 1962 में m.a. की परीक्षा उत्तीर्ण की तथा सागर विश्वविद्यालय से ही सन् 1966 में’ प्रयोगवादी काव्य और साहित्य चिंतन’ शोध प्रबंध के निमित्त पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त की!
सन 1973 में उन्होंने भाषा विज्ञान में m.a. की दूसरी परीक्षा पास की तथा सन् 1973 में छत्तीसगढ़ी भाषा का उद्भव का शोध प्रबंध के आधार पर उन्हें भाषा विज्ञान में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई देश के स्वतंत्रता संग्राम में भी डॉ. नरेंद्र देव वर्मा का विशेष योगदान रहा भारत ,भारती और छत्तीसगढ़ी की सेवा में अभूतपूर्व योगदान देने वाले इस महान व्यक्तित्व को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का भी सानिध्य मिला!
छत्तीसगढ़ के सपूत का निधन रायपुर में 8 सितंबर 1979 को हुआ!
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Biography of Dr. Narendra dev varma, डॉ. नरेंद्र देव वर्मा का जीवन परिचय( छत्तीसगढ़ )
